पांच दिन बाद भी बद्रीपुर-गुम्मा एनएच बंद ..,
हिमाचल प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश से जनजीवन थम गया है। पांवटा व गिरिपार क्षेत्र के शिलाई में सडक़ों की हालत खराब बनी हुई है। हालत यह है कि दर्जनों एनएच सहित सैकड़ों संपर्क मार्ग बंद पड़े हुए हैं। यही हालत पांवटा साहिब को जोडऩे वाले बद्रीपुर-गुम्मा एनएच-707 की है। यह एनएच पिछले पांच दिनों से यातायात के लिए पूरी तरह से अवरुद्ध है। आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर भारी लैंड स्लाइड ने क्षेत्र की रफ्तार रोक दी। लोगों को आवागमन में बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासतौर पर अमरजेंसी सेवाएं बाधित हो रही हैं, जिससे परेशानी और बढ़ गई है। हालांकि कफोटा-ज्योंग वैकल्पिक सडक़ मार्ग सुचारू है, लेकिन कफोटा से रोनहाट के बीच भी रोड़ बंद होने से इस सडक़ का भी सीमित क्षेत्र के लोगों को ही लाभ मिल सकता है। जानकारी के मुताबिक बीते दिन मौसम खुलने के कारण शिलाई से कफोटा के बीच सडक़ मार्ग को बहाल कर दिया गया था, लेकिन रात को फिर बारिश होने से यह मार्ग भी शिल्ला के पास कालीखान, टिंबी, गंगटोली आदि स्थानों पर फिर से बंद हो गया है।
कफोटा से पांवटा की तरफ तो एनएच बड़वास, हैवणा और कच्ची ढांग के पास पूरी तरह बंद है। कच्ची ढांग के पास तो एनएच बहाल करने में कई दिन लग सकते हैं। प्रशासन ने विकल्प के तौर पर मालगी-सतौन रोड को छोटे वाहनों के लिए बहाल किया था, लेकिन अब वह भी फिलहाल बंद हो गया है। ऐसे में शिलाई क्षेत्र के लोगों की मुश्किलें दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं। लोगों का कहना है कि सरकार और उनके स्थानीय नुमाइंदे शिलाई की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं जिससे लोगों में रोष है। उधर, इस बारे एसडीएम शिलाई-कफोटा सुरेश कुमार सिंघा ने कहा कि बीते मंगलवार को शिलाई से कफोटा रोड़ को बहाल कर दिया गया था, लेकिन रात फिर बारिश होने से शिल्ला, टिंबी और गंगटोली में लैंड स्लाइड होने से रोड फिर बंद हो गया है। प्रशासन ने विकल्प के तौर पर मालगी-सतौन रोड को छोटे वाहनों के लिए बहाल किया था, लेकिन अब वह भी फिलहाल बंद हो गया है। शिलाई तक रोड़ खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि एमरजेंसी में कफोटा-ज्योंग वैकल्पिक सडक़ मार्ग का उपयोग किया जा सके। बड़वास, हैवणा में भारी लैंड स्लाइड आया है जिसे साफ करने में वक्त लगेगा। अधिकारियों व एनएच विभाग को जल्द ही इस रास्ते को ठीक करवाने के आदेश दिए। उन्होंने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि जब तक यह रास्ता ठीक नहीं होता तब तक वैकल्पिक रास्ते को लोगों के लिए तैयार किया।